हम ऐसे फ़रिश्तो की महफ़िल में जाते है।
सयानो की दुनिया में कुछ दीवाने बस्ते है,
हम ऐसे फ़रिश्तो की महफ़िल में जाते है।
कोई मुरशद का सन्देश देने में माहिर है,
किसी की जिंदगी से मुरशद ही जाहिर है।
आगे चले रहबर तो उनकी रफ़्तार ये बन जाते है।
हम ऐसे फ़रिश्तो की महफ़िल में जाते है।
जो कुछ मिले इनको वो पाकर झूम जाते है,
जो ना मिले कुछ तो शूकर ही मनाते है।
जिंदगी के हर पल को एकसार सा जी जाते है।
हम ऐसे फ़रिश्तो की महफ़िल में जाते है।
ये वोह गुण है जो गले मिल आते है,
खुदी को छोड़कर यह खुदा के हो जाते है।
यह जन्नत की रह पर खुद चलते हमें चलाते है।
हम ऐसे फ़रिश्तो की महफ़िल में जाते है।
- अमृता बामुगडे 2020

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